नितिन गडकरी ने कहा-फ्लेक्स-फ्यूल इंजन आने वाले दिनों में होगा जरूरी, तेल आयात खर्च घटेगा
Flex-fuel engines: फ्लेक्स-फ्यूल या लचीला ईंधन- गैसोलीन, मेथनॉल या इथेनॉल के संयोजन से बना एक ऑप्शनल फ्यूल है.
फ्लेक्स इंजन का मतलब है जिसमें 100 प्रतिशत पेट्रोल या इथेनॉल का इस्तेमाल किया जा सके. (twitter)
फ्लेक्स इंजन का मतलब है जिसमें 100 प्रतिशत पेट्रोल या इथेनॉल का इस्तेमाल किया जा सके. (twitter)
Flex-fuel engines: केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Union Transport Minister Nitin Gadkari) ने गुरुवार को वाहनों में इथेनॉल के इस्तेमाल (use of ethanol in vehicles) को दूसरे फ्यूल के मुकाबले एक लागत प्रभावी और प्रदूषण मुक्त ऑप्शन के रूप में इस्तेमाल करने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में ‘फ्लेक्स-फ्यूल इंजन’ जरूरी कर दिए जाएंगे. पीटीआई की खबर के मुताबिक, फ्लेक्स-फ्यूल या लचीला ईंधन- गैसोलीन, मेथनॉल या इथेनॉल के संयोजन से बना एक ऑप्शनल फ्यूल है.
सभी पेट्रोल पंपों को इथेनॉल पंपों से बदला जा सकता है
खबर के मुताबिक, यहां महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक के एक कार्यक्रम में बोलते हुए, गडकरी ने एक रूसी तकनीक का उल्लेख किया, जिसके माध्यम से पेट्रोल और इथेनॉल के ‘कैलोरिफिक वैल्यू’ को बराबर किया जा सकता है. अगर ऐसा होता है, तो सभी पेट्रोल पंपों को इथेनॉल पंपों से बदला जा सकता है. सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने पश्चिमी महाराष्ट्र का जिक्र करते हुए यह कहा, जो क्षेत्र एक प्रमुख गन्ना उत्पादक क्षेत्र है. गौरतलब है कि पुणे में पहले से ही तीन इथेनॉल पंप हैं.
इथेनॉल पर चलने वाले ऑटो-रिक्शा को परमिशन देने का आग्रह
मंत्री ने राज्य सरकार से पश्चिमी महाराष्ट्र में 100 प्रतिशत इथेनॉल पर चलने वाले ऑटो-रिक्शा को परमिशन देने का आग्रह किया. विशेष रूप से, केंद्र सरकार ने बुधवार को वर्ष 2025 तक 20 प्रतिशत डोपिंग (पेट्रोल के साथ इथेनॉल का मिलावट स्तर) हासिल करने के अपने लक्ष्य के तहत दिसंबर से शुरू होने वाले मार्केटिंग ईयर 2021-22 के लिए पेट्रोल में सम्मिश्रण के लिए गन्ने से निकाले गए इथेनॉल की कीमत में 1.47 रुपये प्रति लीटर तक की बढ़ोतरी की.
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तेल आयात खर्च में कटौती में मदद मिलेगी
पेट्रोल में एथेनॉल के ज्यादा सम्मिश्रण से भारत को अपने तेल आयात खर्च में कटौती करने में मदद मिलेगी और गन्ना किसानों के साथ-साथ चीनी मिलों को भी फायदा होगा. वाहन निर्माताओं किर्लोस्कर और टोयोटा के प्रतिनिधियों के साथ अपनी हालिया मीटिंग का जिक्र करते हुए, गडकरी ने कहा कि उन्होंने फ्लेक्स (लचीले) इंजन वाली कारें तैयार की हैं. फ्लेक्स इंजन का मतलब है जिसमें 100 प्रतिशत पेट्रोल या इथेनॉल का इस्तेमाल किया जा सके. इसे यूरो 6 मानदंडों के हिसाब से बनाया गया है. मैं फ्लेक्स इंजन को जरूरी बनाने जा रहा हूं.
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गडकरी ने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा....
गडकरी ने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा कि पेट्रोल का इस्तेमाल न करें. ईंधन की बढ़ती कीमतों पर आपको आंदोलन करने की जरूरत नहीं है. (इथेनॉल की) कीमत 62 रुपये होगी और यह आयात का एक विकल्प होगा और यह लागत प्रभावी और प्रदूषण मुक्त है. हाल के दिनों में ईंधन की कीमतें आसमान छू रही हैं, जिस पर विपक्षी दलों की कड़ी प्रतिक्रिया हुई है. वाहनों के लिए ग्रीन टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल पर जोर देते हुए, गडकरी ने कहा कि दिल्ली में एक हरे रंग की हाइड्रोजन कार का इस्तेमाल किया जाएगा.
09:27 PM IST